मंत्रोच्चार के साथ सप्त ऋषि की मूर्तियों का अनावरण हुआ:सीएम के जाने के बाद अचानक लिया निर्णय

उज्जैन के महाकाल महालोक में 28 मई को तेज आंधी और तूफ़ान से सप्तऋषि की सात में से छह मूर्तियां अपने पेडस्टल से गिरकर खंडित हुई मूर्तियों को करीब 15 दिन पहले नई बनवाकर दोबारा लगा दिया गया था। श्रावण के अंतिम सोमवार पर महाकाल लोक में लगी सप्त ऋषि की नई मूर्तियों का संत महंत मंत्री और विधायक की उपस्थिति में दोबारा अनावरण किया गया।

महाकाल लोक का लोकार्पण 11 अक्टूबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। तेज आंधी तूफ़ान से महाकाल लोक में लगी सप्तऋषि की सात में से छह मूर्तियां गिरकर खंडित गई थी। मूर्तियों के गिरने के बाद कांग्रेस ने इस मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान सरकार पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगाए। महालोक में किए गए कामों की शिकायत लोकायुक्त में भी हुई थी। लगातार विरोध के बीच सप्त ऋषि की 6 मूर्तियों को रिपयेर करने की बात हुई। बाद में विरोध बढ़ा तो सीएम शिवराज ने ऐलान किया की सभी मूर्तियों को दोबारा नए सिरे से बनवाया जाएगा।

करीब ढाई माह बाद 12 अगस्त को मुम्बई से सभी सात मूर्तियां उज्जैन पहुंची और सभी मूर्तियों को रात में ही अपने अपने स्थान पर लगा दिया गया था। अब करीब दो हफ्ते कवर करके रखी गई मूर्तियों को सीएम के जाने के तुरंत बाद आनन फानन में अनावरण करवा कर आम लोगो को देखने के लिए खोल दिया।

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रात 8 बजे हुए कार्यक्रम में मंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन, महापौर मुकेश टटवाल सहित महंत विनीत गिरी और अन्य साधु संत के साथ साथ उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरषोत्तम की उपस्थिति में मंत्रो के साथ अनावरण कर दिया गया। हालांकि पीएम मोदी महाकाल लोक का लोकार्पण कर चुके थे। मंत्रोच्चर के बाद सभी मूर्तियों पर पूजन कर पर्दा हटाकर इसे आम लोगों के लिए खोल दिया। मंत्री मोहन यादव ने कहा कि पहले से अच्छी मजबूत मूर्ति बनी है, महाकाल लोक में मूर्ति को शुभ मुर्हत में सातों मूर्तियों का अनावरण किया गया है। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि नई मूर्तियों को स्थापित किया है पूजा कर नयी मूर्ति को आज आम लोगो के लिए खोल दिया गया है।

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